[श्री रघुवीर गद्यम्] ᐈ Sri Raghuveera Gadyam Lyrics In Hindi/Sanskrit Pdf
Sri Raghuveera Gadyam Lyrics In Hindi/Sanskrit श्रीमान्वेङ्कटनाथार्य कवितार्किक केसरि ।वेदान्ताचार्यवर्योमे सन्निधत्तां सदाहृदि ॥ जयत्याश्रित सन्त्रास ध्वान्त विध्वंसनोदयः ।प्रभावान् सीतया देव्या परमव्योम भास्करः ॥ जय जय महावीर महाधीर धौरेय,देवासुर समर समय समुदित निखिल निर्जर निर्धारित निरवधिक माहात्म्य,दशवदन दमित दैवत परिषदभ्यर्थित दाशरथि भाव,दिनकर कुल कमल दिवाकर,दिविषदधिपति रण सहचरण चतुर दशरथ चरम ऋणविमॊचन,कोसल सुता कुमार भाव कञ्चुकित कारणाकार,कौमार … Read more